उद्देश्य
विद्यालय संगठन:
हिन्दुत्व के अधिष्ठान पर राष्ट्र पुनर्निर्माण एवं शिक्षा में भारतीय दर्शन के समावेश हेतु 1952 में गोरखपुर में सरस्वती शिशु मन्दिर की स्थापना हुई ; जो पल्लवित होकर वर्तमान में विद्याभारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान, एक राष्ट्र व्यापी संगठन के रूप में कार्यरत है। व्यक्ति निर्माण के पुनीत कार्य में अहर्निश गतिशील इस संस्थान के माध्यम से सम्पूर्ण भारत एवं नेपाल में 26,816 विद्यामंदिर संचालित हो रहे हंै ; जिसमें 33,75,621 बालक - बालिकाएँ एवं 1,47,634 आचार्य - आचार्याएँ लक्ष्य प्राप्ति हेतु अग्रसर है।
राष्ट्रीय स्तर के इस देश व्यापी संगठन को प्रशासनिक दृष्टि से क्षेत्र,प्रान्त एवं जिला समितियों में विभाजित किया गया है। इसी क्रम में जोधपुर महानगर में प्रबन्ध समिति आदर्श विद्यामन्दिर जोधपुर के मार्गदर्शन में शिशु वाटिका से कक्षा द्वादशी (विज्ञान/वाणिज्य वर्ग) तक विशाल परिसरों में अलग-अलग स्तर के 20 विद्यालय संचालित किये जा रहे हैं।
विद्या भारती के लक्ष्य का लाभ सूर्य नगरी जोधपुर को भी मिले इस हेतु सन् 1964-65 में जोधपुर महानगर में सर्वप्रथम इस विद्यालय की स्थापना की गई। अपने प्रारम्भिक काल में सरदारपुरा क्षेत्र में रोपित इस पौधे ने कालान्तर में वट-वृक्ष का रूप लेकर जोधपुर के हिन्दी माध्यम के श्रेष्ठ विद्यालयों में नाम दर्ज करवाने का गौरव प्राप्त किया है ।
वर्तमान में हमारा विद्यालय 9 भागों में संचालित किया जा रहा है:
- 1.
शिशु वाटिका कक्षा अरुण (नर्सरी) से द्वितीया तक
विद्यालय परिसर के विशाल प्राँगण में शिशु वाटिका भवन अवस्थित है। इस प्राँगण में नन्हंे बालकों के लिए झूले, आधुनिकतम खिलौने, उद्यान, खेल मैदान, स्वच्छ शौचालय और शीतल पेयजल व आवश्यक सभी सुविधाएँ उपलब्ध है । - 2.
बालिका वर्ग - कक्षा तृृतीया से दसवीं तक
विद्यालय परिसर के विशाल प्राँगण में ही बालिका माध्यमिक वर्ग संचालित हो रहा है। जहाँ हवा व रोशनीयुक्त आधुनिकतम डिजिटल बोर्ड युक्त कक्षा-कक्ष, बालिकाओं को बैठने हेतु पर्याप्त फर्नीचर सुन्दर लाॅन , विशाल खेल मैदान , आधुनिक कम्प्यूटर लैब व आवश्यक सभी सुविधाएँ उपलब्ध है । - 3.
बालक वर्ग - कक्षा 6से 12 तक
विद्यालय परिसर के विशाल प्राँगण में ही बालक उच्च माध्यमिक स्तर तक विज्ञान व वाणिज्य वर्ग संचालित हो रहा है । जहाँ हवा व रोशनीयुक्त आधुनिकतम डिजिटल बोर्ड युक्त कक्षा-कक्ष, बालकों के बैठने हेतु पर्याप्त फर्नीचर, सुन्दर लाॅन, सभी खेल सामग्री युक्त विशाल मैदान, आधुनिक कम्प्यूटर लैब , फिजिक्स , कैमिस्ट्री , बायोलोजी लैब व आवश्यक सभी सुविधाएँ उपलब्ध है ं।
हमारा उद्देश्य
1. बालक का सर्वांगीण (शारीरिक,मानसिक व आध्यात्मिक) विकास
2. बालक को श्रेष्ठ लक्ष्य, सम्यक दृष्टि एवं उच्च आकांक्षाओं को प्राप्त करने हेतु प्रोत्साहित करना।
3. बालक को सकारात्मक सोच व स्वावलम्बन हेतु प्रोत्साहित करना।
4. बालक के बुद्धिलब्धि, भावात्मक पक्ष व सामाजिक सोच का विकास करना ।
5. सम्यक प्रतिस्पर्धात्मक भाव का विकास करना ।
6. सीखने की क्षमताओं के अधिकतम विकास हेतु बालक को प्रेरित करना ।