आदर्श विद्यामंदिर माध्यमिक, सरस्वती नगर, जोधपुर - स्वागत पृष्ठ:-
आदर्श विद्यामंदिर माध्यमिक, सरस्वती नगर, जोधपुर विद्या भारती अखिल भारतीय षिक्षा संस्थान से सम्बद्ध एंव राजस्थान सरकार से मान्यता प्राप्त हिन्दी माध्यम का एक श्रेष्ठ विद्यामंदिर है। आधुनिक षक्षा के साथ-साथ शारीरिक , योग ,आध्यात्मिक एवं संस्कारक्षम षिक्षाप्रदान कर व्यक्तित्व निर्माण के पुनीत कार्य में निरन्तर प्रयासरत इस विद्यामंदिर की स्थापनासन् 1997 में की गई थी। तत्पष्चात् राष्ट्र निर्माण के पुनीत कार्य में अग्रणी यह विद्यामंदिर आज की महत्ती आवष्यक षिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हो रहा है।
प्रधानाचार्य सन्देश:-
आदर्श विद्यामंदिर माध्यमिक, सरस्वती नगर, जोधपुर का उद्देष्य समाज को अविलम्ब एक ऐसी शिक्षा पद्धति देना है जो नये समाज के लिये मानसिक व शारीरिक दृष्टि से स्वस्थ नागरिकों का निर्माण कर सके, बालकों को उनके समुचित एवं सर्वांगीण विकास के लिए सम्पूर्ण सुविधाएँ तथा अवसर देकर बचपन में ही उसमें सुन्दर स्वभाव, आत्मनिर्भरता, साहस व उत्साह , देश प्रेम , स्वानुशlसन आदि गुण जागृत कर सकंे ताकि भविष्य में वे अपने देश के सुयोग्य नागरिक बन सकें। यही विद्यामंदिर का परम उद्देष्य है। विद्यामंदिर परिवार, सभी पूर्व अभिभावकों - विद्यार्थियों , वर्तमान में अध्ययनरत विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों एवं भावी विद्यार्थियों और अभिभावकों का स्वागत करता है जिन्होंने हमें संस्कारक्षम शिक्षा प्रदान करने हेतु एक मंच प्रदान किया है।
परिचय:-
विद्या भारती के लक्ष्य का लाभ सूर्य नगरी जोधपुर को भी मिले इस हेतु सन् 1997 में 70 भैया - बहिनों एवं 3 आचार्यों के छोटे परिवार से कक्षा द्वितीया तक विद्यालय प्रारम्भ किया गया। अपने प्रारम्भिक काल में सरदारपुरा क्षेत्र में रोपित इस पौधे ने कालान्तर में वट-वृक्ष का रूप लेकर जोधपुर के हिन्दी माध्यम के श्रेष्ठ विद्यालयों में नाम दर्ज करवाने का गौरव प्राप्त किया है ।
वर्तमान में यह विद्यामन्दिर 2 भागों में संचालित किया जा रहा है।
1. प्राथमिक भाग:- कक्षा अरुण(नर्सरी) से पंचमी तक विद्यालय परिसर के विशlल प्रांगण में प्राथमिक भाग संचालित हो रहा है। इस प्रांगण में नन्हे भैया - बहिनों के लिए अध्ययन कक्ष, झुले, आधुनिकतम खिलौने, उद्यान, खेल मैदान, स्वच्छ शौचालय और शीतल पेयजल व आवशक सभी सुविधाएं उपलब्ध है।
2. माध्यमिक भाग:- विद्यालय परिसर के विशlल प्रांगण में ही कक्षा षष्ठी से दशमी तक
माध्यमिक भागसंचालित हो रहा है। जहाँ आधुनिक डिजिटल बोर्ड द्वारा अध्यापन कार्य करवाया जाता है। भैया - बहिनों के बैठने हेतु पर्याप्त फर्नीचर ,सुन्दर लॉन ,सभी खेल सामग्री युक्त विशlल खेल मैदान , आधुनिक कम्प्यूटर लैब, स्वच्छ शौचालय और शीतल पेयजल व आवष्यक सभी सुविधाएं उपलब्ध है।
विभिन्न गतिविधियाँ:-
बालक के सर्वांगीण विकास हेतु निर्दिष्ट पाठ्यक्रम शिक्षा के साथ - साथ वर्ष पर्यन्त पाठ्येत्तर गतिविधियॉं विद्यालय का एक वैशिष्ट्य है विद्यालय का प्रयास रहता है कि हर बालक अपने मानसिक ,शारीरिक व आध्यात्मिक विकास हेतु किसी न किसी गतिविधि में अवश्य रुप से भाग लें।
1. बौद्धिक गतिविधियाँ - विद्यालय में समय पर बौद्धिक प्रतियोगिताओं का विद्यालय स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक आयोजन किया जाता है । जिसमें सुलेख , श्रुतलेख , चित्रकला , कविता लेखन , कहानी लेखन , अखण्ड भारत मानचित्र , कविता पाठ , गीता श्लोक , सुभाषित , विचार प्रस्तुतिकरण , एकल गीत , संस्कृत लघु एकांकी , वन्दना , वन्दे मातरम् , अन्त्याक्षरी , संस्कृति ज्ञान प्रश्नमंच इत्यादि सम्मिलित है ।
2. शारीरिक गतिविधियाँ -विद्यालय में प्रातःकाल सामूहिक योग-व्यायाम का अभ्यास नियमित रुप से करवाया जाता है । शारीरिक प्रतिस्पर्धाओं में बालकों का राष्ट्रीय स्तर तक चयन हो इस हेतु प्रशिक्षकों की देखरेख में निरन्तर अभ्यास करवाया जाता है । जिसमें जिम्नास्टिक,योगासन,बॉलीवाल,कबड्डी,खो-खो,बैडमिन्टन,शतरंज,हॉकी,फुटबॉल,थ्रोबॉल,तैराकीएथेलेटिक्स, बॉस्केटबॉल ,टेबल टेनिस ,तीरंदाजी,जुडो,कुश्ती इत्यादि सम्मिलित है ।
S.G.F.I. खेलकूद में विद्यााभारती को भारत सरकार की ओर से एक राज्य का दर्जा प्राप्त है ।
3. सांस्कृतिक गतिविधियाँ -विद्यालय में उत्सव एवं जयन्तियों का आयोजन आचार्यों के मार्गदर्शन में बालकों द्वारा ही किया जाता है । गीत-संगीत , नृत्य-नाटिका , अभिनय का प्रशिक्षित आचार्यों के सान्निध्य में अभ्यास करवाया जाता है ।
4. वैज्ञानिक गतिविधियाँ -विद्यामन्दिरके बालकों में वैज्ञानिक गुणों के विकास हेतु पाठ्यक्रम में निर्दिष्ट प्रायोगिक कार्यो के अतिरिक्त समय पर विज्ञान मेला ,विज्ञान प्रदर्शनी , वैदिक गणित ,वाद-विवाद, पत्र-वाचन आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है ।
5. वन्दना - संगीतमय सस्वर ईश वन्दना विद्यामन्दिर की थाती में समाहित है । इसमें बालकों के साथ आचार्यों की सहभागिता प्रातःकाल से ही एक संस्कारक्षम वातावरण का निर्माण करती है ।
6. अभिभावक-आचार्य सामंजस्य-अभिभावकों व आचार्यों के मध्य सकारात्मक व सहयोगात्मक सम्पर्क बालक के विकास में अहम भूमिका निभाते है । इस हेतु विद्यामन्दिर में अभिभावक सम्मेलन , मातृ सम्मेलन का आयोजन तथा विविध कार्यक्रमों में अभिभावकों की सहभागिता रहती है । आचार्यों द्वारा बालकों के विकास के सम्बन्ध में अभिभावकों से गृह-सम्पर्क कर संवाद स्थापित किया जाता है ।
7. शैक्षिक भ्रमण-बालकों में पर्यावरण एवं ऐतिहासिक जागरुकता तथा घर से बाहर समूह में सामंजस्य स्थापित करने के कौशल को विकसित करने हेतु विद्यामन्दिर में समय पर स्थानीय व देश के अन्य स्थानों पर भ्रमण के कार्यक्रम आयोजित किये जाते है ।
8. चिकित्सा जॉंच-विद्यार्थियों के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा समय पर चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जाता है। प्रतिवर्ष बालकों के ऑखों का परीक्षण, दॉंतों की जॉंच तथा अन्य सामान्य जॉंच करवाई जाती है । आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिये विद्यामन्दिर में प्राथमिक चिकित्सा सामग्री उपलब्ध रहती है ।
9. पर्यावरण शिक्षा-पर्यावरण शिक्षा के प्रति जागरुकता उत्पन्न करने हेतु विद्यामन्दिर एवं विद्यामन्दिर के बाहर पौधा रोपण करना , पेड़ो की देख-रेख में आचार्यो एवं बालकों का सहयोग लेना । प्रदूषण रोकने के यथासंभव प्रयास करना ।
10. आधुनिक सूचना तकनीकी- बालक वर्तमान समय के साथ नयी तकनिकी को भी जान सके इसके लिय डिजिटल बोर्ड द्वारा अध्यापन कार्य करवाना । नयी तकनीक से युक्त 15कम्प्यूटरों की लैब द्वारा कम्प्यूटर के पाठ्यक्रम के साथ अतिरिक्त ज्ञान भी प्रदान किया जाता है ।
11. वाहन सुविधा-विद्यालय के बालकों को घर से विद्यालय एवं विद्यालय से घर तक सुरक्षित व सुविधाजनक परिवहन हेतु विद्यालय द्वारा शहर के अधिकांश हिस्सों से न्यूनतम शुल्क पर वाहन व्यवस्था प्रदान करवायी जाती है ।
इन सभी व्यवस्थाओं के अतिरिक्त विद्यामन्दिर में छात्र संसद , पूर्व छात्र परिषद , विद्यालय पत्रिका ‘आदर्श’ का प्रकाशन , दलित व पिछड़े वर्ग के उत्थान हेतु संस्कार केन्द्र, विभिन्न संस्थाओं एवं सरकारी स्तर पर प्रतियोगी परीक्षाओं , आचार्यों के ज्ञान में गुणात्मक वृद्धि हेतु आचार्य प्रशिक्षण कार्यक्रमों का समय पर आयोजन किया जाता है ।
योजनाएॅं -
1. भौतिक विकास - बौद्धिक विकास
2. Smart विद्यालय - म् दृ स्मंतदपदह
3. Smart आचार्य , लिपिक, सेवा सहयोगी
4. हरियाली युक्त विद्यालय परिसर
5. उचित सफाई व्यवस्था
6. उच्च स्तरीय सुरक्षा - चौकीदार
7. विस्तार - बालिका - उच्च माध्यमिक में क्रमोन्नत
बालक - उच्च माध्यमिक में क्रमोन्नत
8. व्यवस्थित वाहन व्यवस्था
9. सभी सुविधाओं युक्त खेल मैदान
10. उचित जल तथा शौचालय व्यवस्था
11. उच्च स्तरीय वाहन व्यवस्था
12. अंग्रेजी युक्त वातावरण
13. शारीरिक शिक्षक की नियुक्ति (कोच)
14. कम्प्यूटर का उच्च स्तरीय ज्ञान
15. जल - पान गृह
16. उच्च स्तरीय पुस्तकालय - ई बुक
17. अद्भुत शैक्षिक भ्रमण
18. प्रतिभावान व कमजोर भैयाओं के लिये विशेष कक्षाएँ
विद्यालय समिति 2023.24
क्र. नाम दायित्व दूरभाष
1 श्री गोपाल सिंह राजपुरोहित संरक्षक 9829028730
2 श्री भूरसिंह राजपुरोहित अध्यक्ष 9414458381
3 श्री गजेन्द्र सिंह सोडा उपाध्यक्ष 9414615153
4 श्री पारस कवाड़ उपाध्यक्ष 9414136123
5 श्री मेहक राम विश्नोई व्यवस्थापक 9414133267
6 श्री ज्ञानचन्द दरड़ा कोष प्रमुख 9414135341
7 श्री कैलाश विश्नोर्ह विकास प्रमुख 9950500029
8 श्री सोहन राम जी विश्नोई शेक्षिक प्रमुख 8078663800
9 श्री हरिकृष्ण चमोली सेवा प्रमुख 9413957325
10 श्री राजीव दुबे सम्पर्क प्रमुख 9414132659
11 श्री मूलचन्द पालीवाल प्रचार प्रमुख 9413577379
12 श्री इन्द्र नागौरी पर्यावरण प्रमुख 9119321165
13 श्री प्रदीप शर्मा संस्कृति बोध परियोजना प्रमुख 9928520797
14 श्री आदर्श कंसारा सदस्य 9461764701
15 डॉण् रेणुवती राजपुरोहित सदस्य 9460089063
16 श्रीमती मधु जैन सदस्य 9928486846
17 श्रीमती संतोष गोदारा सदस्य 9414828511
18 श्री भंवरलाल भूतड़ा सदस्य 9829021663
19 श्री उगम सिंह राठौड़ प्रधानाचार्या 7014995001
सम्पर्क:-
श्री उगम सिंह राठोड़
प्रधानाचार्या आदर्श वि.मं.माध्य.सरस्वती नगर
0291-2721180/7014995001
E-Mail :- [email protected]