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  • पावटा आदर्श विद्या मंदिर लाल मैदान 

स्वागत पृष्ठ -
  इस विद्यामन्दिर का शुभारम्भ 17 जून 1981 पावटा बी रोड़ पर श्री गुमानमल जी लोढ़ा के बंगले पर प्रारम्भ हुआ। सन् 1997 में यह विद्यामन्दिर अपने निजी भवन लालमैदान के सामने स्थानान्तरित हो गया। विद्याभारती के लक्ष्य पूर्ति तक विभिन्न चुनौतियों का सामना करते हुए समर्पित भाव से समिति, उपसमिति आचार्य, पूर्व छात्र भैया-बहिन इत्यादि सब मिलकर प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से विद्यालय विकास में योगदान दे रहेेेेे हंै।
 
प्रधानाचार्य की कलम से
पावटा आदर्श विद्या मंदिर लाल मैदान का उद्देश्य भैया बहिनों के सर्वागींण विकास करना है व्यक्ति निर्माण-चरित्र निर्माण के इस केन्द्र में हम सब प्रयत्नशील है विद्या भारती के लक्ष्य पूर्ति तक विभिन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए समर्पित रहेगें उप समिति, आचार्य, पूर्व छात्र, भैया बहिन सब मिलकर टीम भावना से कार्य करेंगे उन सब का स्वागत करते है, जिन्होंने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप विद्यालय के विकास में योगदान दिया है।

धन्यवाद
विद्यालय परिचय
यह पावटा क्षेत्र का हिन्दी माध्यम का सर्वश्रेष्ठ विद्यालय है पाठ्यक्रम- शिक्षा विभाग राजस्थान की योजना से पाठ्यक्रम संचालित कर रहा है। इस के साथ विद्या भारती की योजना से आधारभूत विषयों का क्रियान्वयन कर रहा है कक्षा तृतीया से अष्टमी तक सम्पूर्ण पाठ्यक्रम संचालित हो रहा है।
 
विद्यालय गतिविधियाँ
भैया-बहिनों के सर्वांगीण विकास के लिए विद्यालय में विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित होती है।
(1) सहशैक्षिक                    (2) शैक्षिक
विद्या भारती के लक्ष्य के अनुरूप आधारभूत विषयों का क्रियान्वयन हेतु हमार संकल्प-
(1) संस्कृत - कक्षा द्वितीय से ही इस विषय का अध्यापन किया जाता है हमारी वंदना का अधिकांश भाग संस्कृत में है।
सुभाषित प्रतियोगिता, संस्कृत संभाषण कक्षाएं, संस्कृत गीत, आदि होते है।
(2) योग शिक्षा - विद्यालय की वंदना में प्राणायाम, योगासन आदि होते है कालांश परिवर्तन के समय ब्रह्मनाद, आष्टागिक योग की सम्पूर्ण जानकारी करवाने का प्रयास किया जाता है।
(3) शारीरिक शिक्षा - कक्षा अरूण से ही एक कालांश शारीरिक हेतु निर्धारित किया जाता है। विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएँ विद्यालय स्तर से अखिल भारतीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए खिलाड़ी तैयार करना है पहला सुख निरोगी काया को ध्यान में रख कर कार्यक्रम आयोजित होते है।
(4) संगीत शिक्षा - विद्यालय की वन्दना संगीतमय होती है देशभक्ति गीत भारतीय वाध्य यंत्रों के वादक तैयान करने की योजना है इस से संबंधित प्रतियोगिता में हमारा भी स्थान लगे ऐसा हमारा प्रयास है।
(5) नैतिक शिक्षा - भैया बहिनों में अच्छे संस्कारों के लिए, सद्गुणों के लिए हमारा विद्यालय समाज में प्रतिष्ठित हैं। संस्कारों के निर्माण हेतु हम सब प्रत्यनशील है। देश में अच्छे नागरिक निर्माण की इस परम्परा में हमारा भी योगदान होना चाहिए।
बौधिक गतिविधियाँ - विद्यालय स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक आयोजित होने वाली विभिन्न प्रतियोगिताओं में हमारे विद्यालय का स्थान लगे इस हेतु हमारा प्रयास है। भैया बहिनों की बौधिक क्षमता का विकास करना हमारा उद्देश्य है।
सतत् अभिभावक संपर्क - वर्ष में कम से कम तीन बार अभिभावक संपर्क करने की हमारी योजना है। हमारा सजीव सपर्क होगा तो विद्यालय पुनः स्वर्णिम युग में आयेगा।
शैक्षिक भ्रमण - वर्ष में एक बार किसी धार्मिक/प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूर्ण स्थलों का भ्रमण होता है। सत्र 2012-13 में चितौड़, 2013-14 में जोधपुर दर्शन, 2014-15 में सुंधा पर्वत का भ्रमण किया।
कम्प्यूटर एवं सूचना तकनीकि - विद्यालय के भैया बहिनों को आधुनिक तकनीक में दक्षता प्राप्त हो इस दृष्टि से कक्षा प्रथमा से अष्टमी तक डिजिटल बोर्ड द्वारा अध्यापन करवाया जाएगा कक्षा षष्ठी से कम्प्यूटर शिक्षा प्रारम्भ कर दी गई है।
स्वास्थ्य जाँच - प्रत्येक भैया बहिनों का वर्ष में एक बार स्वास्थ्य जाँच करवाने के उद्देश्य यह योजना है विशेषज्ञ चिकित्सकों की सहायता ली जायेगी ताकि भैया बहिनों स्वास्थ्य उत्तम रहे।
विज्ञान मेला - विद्यालय स्तर से ले कर राष्ट्रीय स्तर तक आयोजित विज्ञान मेले में हमारे विद्यालय की प्रतिभागिता रहे भैया बहिनों में विज्ञान के प्रति जिज्ञासा बनी रहे नवीन प्रयोगों के माध्यम से विज्ञान को अच्छी तरह समझ सकें।
वाहन व्यवस्था - महामंदिर, शक्ति नगर, बी.जे.एस., राइका बाग, रातानाडा, उदयमंदिर, हेम सिंह जी का काटला एवं अन्य स्थानों से भैया बहिनों को विद्यालय तक लाने एवं ले जाने के लिए उत्तम व्यवस्था करने की योजना है।
नन्दू सिंह शेखावत
प्रधानाचार्य
पावटा आदर्श विद्याल मंदिर
लाल मैदान
संपर्क सूत्र - 9784010854/0291-2546174